सीएम नीतीश के कैबिनेट में जानिए किसे मिला कौन विभाग
आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने सोमवार 16 नवंबर 2020 को 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की।
नीतीश कुमार बिहार के 37वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है।
नितीश कुमार कब कब बने थे बिहार के CM?
- नीतीश कुमार 3 मार्च, 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि, बहुमत नहीं होने के कारण महज 7 दिन बाद ही उनकी सरकार गिर गई थी।
- नीतीश कुमार 24 नवंबर 2005 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। उनका ये कार्यकाल 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक चला।
- 26 नवंबर 2010 को नीतीश कुमार ने तीसरी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बाद में कार्यकाल के पूरा होने के पहले ही 2014 के लोकसभा चुनाव में हुई पार्टी की करारी हार का जिम्मा लेते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। उस समय जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री पद का कार्यभार दिया था।
- 22 फरवरी 2015 को चौथी बार नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने सीएम के तौर पर शपथ ग्रहण किया। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और लालू यादव की आरजेडी के बीच महागठबंधन बना। महागठबंधन ने इस चुनाव में शानदार जीत हुई।
- 20 नवंबर 2015 को नीतीश कुमार पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने। इस सरकार में तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने थे। करीब डेढ़ साल बाद ही नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ गठंबधन तोड़ने का फैसला लिया।
- 27 जुलाई 2017 को नीतीश कुमार 6वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने।
- अब 16 नवंबर 2020 को 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण किया।
सीएम नीतीश के कैबिनेट
CM नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी एनडीए (NDA) सरकार के मंत्रियों के बीच, मंगलवार 17 नवंबर को विभागों का बंटवारा हो गया है। नीतीश कुमार के लिए खास विभागों को जदयू के मंत्रियों को दिया गया है। खुद नीतीश कुमार ने अपने पास गृह विभाग (Home Dept.), सामान्य प्रशासन (General Administration) और जागरूकता (Vigilance) सहित ऐसे विभाग रखें हैं, जिनका अभी बंटवारा नहीं हुआ है। कैबिनेट के विस्तार के बाद इन विभागों का बंटवारा होगा।
डिप्टी सीएम (Deputy CM) तारकिशोर प्रसाद को पूर्व डिप्टी सीएम के सारे विभाग दिए गए हैं। इनमें वित्त एवं वाणिज्य कर विभाग (Finance and Commercial Tax Dept.), वन एवं पर्यावरण विभाग (Forest and Environment ) सूचान प्रौद्योगिकी (Information Technology), आपदा (Disaster) एवं शहरी विकास (Urban Development) विभाग दिया गया है। उपमुख्यमंत्री रेणु देवी को पंचायती राज विभाग (Panchayati Raj), पिछड़ी जाति उत्थान एवं अतिपिछड़ा कल्याण विभाग (Backward caste and EBC Welfare Department) की जिम्मेदारी दी गई है।
विधानमंडल का संयुक्त सत्र 23 नवंबर से होगा
बिहार विधानमंडल का सयुंक्त सत्र 23 नवंबर से आहूत किया जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की पहली बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी। बैठक में सोमवार को शपथ लेने वाले सभी मंत्री शामिल रहे। बैठक में दो प्रस्ताव स्वीकृत किये गए। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, संसदीय कार्य विभाग के प्रस्ताव पर विमर्श के बाद मंत्रिमंडल ने विधान सभा और विधान परिषद का सत्र आहूत करने की मंजूरी दी।
विधानमंडल का सत्र 23 से 27 नवम्बर तक होगा। इसके अलावा विधानसभा के प्रथम सत्र और विधानपरिषद के 196 सत्र के आरंभ में दोनों सदनों के समवेत अधिवेशन को राज्यपाल संबोधित करेंगे। राज्यपाल के संबोधन के विषय तय करने के लिए मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री को अधिकृत कर दिया है।
भाजपा के पार्टीयो का विभाग
भाजपा के मंगल पांडेय को स्वास्थ्य, कला और संस्कृति और सड़क निर्माण विभाग (Health, Art and culture and Road Construction Department) दिया गया है। वे पहले भी स्वास्थ्य मंत्री थे। अमरेंद्र प्रताप सिंह को कृषि, सहकारी और गन्ना विभाग (Agriculture, Cooperative and Sugar Cane) की जिम्मेदारी दी गई है। रामप्रीत पासवान को पीएचईडी विभाग (PHED) , जीवेश कुमार को पर्यटन, श्रम एवं माइंस विभाग (Tourism, Labor and Mines Department) एवं रामसूरत राय को राजस्व एवं विधि विभाग (Revenue and Law Department) की जिम्मेदारी मिली है।
सीएम नीतीश के कैबिनेट में एनडीए के पार्टीयो का विभाग
अशोक चौधरी को भवन निर्माण विभाग (Building Construction Department), अल्पसंख्यक कल्याण विभाग (Minority Welfare Department) , विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (Science and Technology) एवं समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) दिया गया है।
जदयू के विजेंद्र यादव को ऊर्जा,प्लानिंग, फूड एंड कंज्यूमर अफेयर्स (Energy, Planning, Food and Consumer Affairs) दिया गया है।
ऊर्जा विभाग पहले भी उनके पास था। मेवालाल चौधरी पहली बार मंत्री बने हैं, उन्हें शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
पूर्व विधान सभा स्पीकर विजय चौधरी को ग्रामीण कार्य एवं ग्रामीण विकास विभाग दिया गया है।
शीला देवी को परिवहन एवं हम के संतोष सुमन को लधु जल सिंचाई एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग (Minor Irrigation and SC/ST Welfare Department) मिला है।
मुकेश सहनी को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग (Animal Husbandry and Fishery) दिया गया है।